बाबा सिद्दीकी मुंबई के एक प्रमुख और सम्मानित राजनेता हैं। उन्होंने कांग्रेस पार्टी से जुड़कर बांद्रा वेस्ट से तीन बार विधायक का पद हासिल किया और राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाई।
उनके योगदान न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण रहे हैं। बाबा सिद्दीकी अपनी इफ्तार पार्टी के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध थे, जो हर साल सुर्खियों में रहती थी। इनकी इफ्तार पार्टी में बॉलीवुड और राजनीति की प्रमुख हस्तियाँ शामिल होती थीं। इस आर्टिकल मे हम Baba Siddique Biography in Hindi, Net worth, conccetion, background देखेंगे।
बाबा सिद्दीकी जीवनी (Baba Siddique Biography in Hindi)
बाबा सिद्दीकी, जिनका असली नाम जियाउद्दीन सिद्दीकी है, का जन्म 13 सितंबर 1958 को पटना, बिहार में हुआ था। वह महाराष्ट्र के एक प्रमुख राजनेता हैं और कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं।

उन्होंने बांद्रा वेस्ट से तीन बार विधायक के रूप में कार्य किया और विभिन्न सामाजिक कार्यों में भी योगदान दिया। उनके इफ्तार पार्टी खासकर रमजान के दौरान बेहद प्रसिद्ध रही हैं, जहां बॉलीवुड की बड़ी हस्तियां और राजनीतिक नेता शामिल होते हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Baba Siddique Early Life & Education)
बाबा सिद्दीकी का जन्म बिहार के पटना में हुआ था, लेकिन उनकी शिक्षा मुंबई में हुई। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट एंड्रयूज़ हाई स्कूल से प्राप्त की और स्नातक की डिग्री बॉलिंग क्रिश्चियन कॉलेज से पूरी की। कॉलेज में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने राजनीति में रुचि ली और कांग्रेस पार्टी से जुड़ गए।
बाबा सिद्दीकी ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत म्युनिसिपल कॉरपोरेटर के रूप में की थी।
राजनीतिक करियर (Baba Siddique Politics Career)
बाबा सिद्दीकी ने कांग्रेस पार्टी से अपना राजनीतिक करियर शुरू किया था। 1980 में उन्होंने बांद्रा युवा कांग्रेस के महासचिव के रूप में कार्य किया और बाद में 1982 में वह बांद्रा तालुका के अध्यक्ष बने।
1988 में उन्हें मुंबई युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया। इसके बाद उन्होंने 1992 से 1997 तक नगर निगम पार्षद के रूप में कार्य किया।

बाबा सिद्दीकी ने 1999 में पहली बार बांद्रा वेस्ट से विधायक के रूप में चुने जाने के बाद अपनी राजनीतिक पहचान बनाई।
उन्होंने 2004 और 2009 में भी बांद्रा वेस्ट से विधानसभा चुनाव जीतकर अपनी स्थिति मजबूत की। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख की सरकार में 2004 से 2008 तक खाद्य और नागरिक आपूर्ति तथा श्रम राज्य मंत्री रहे थे।
हालांकि, 2024 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल होने का निर्णय लिया।
इफ्तार पार्टी (Baba Siddique Iftaar Party)
बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी एक प्रमुख घटना बन गई थी। रमजान के दौरान आयोजित की जाने वाली यह पार्टी बॉलीवुड के बड़े सितारों और राजनीति के दिग्गजों को एक साथ लाती थी।

शाहरुख खान, सलमान खान, आमिर खान जैसे स्टार्स इस इफ्तार पार्टी में शामिल होते थे, जिससे यह पार्टी हमेशा सुर्खियों में रहती थी।

शाहरुख खान और सलमान खान की दोस्ती
2013 में बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी ने विशेष ध्यान आकर्षित किया, जब शाहरुख खान और सलमान खान, जो उस समय एक दूसरे से दूरी बनाए हुए थे, पार्टी में मिले और गले लगे।

इस घटना को मीडिया ने व्यापक कवरेज दी, और इसे इन दोनों सितारों के बीच की पुरानी दरार को खत्म करने के रूप में देखा गया।
परिवार (Baba Siddique Family)
बाबा सिद्दीकी का पारिवारिक जीवन साधारण और शांतिपूर्ण है।

उनकी पत्नी का नाम शहज़ीन सिद्दीकी है, और उनके दो बच्चे हैं – एक बेटा, जीशान सिद्दीकी, जो राजनीति में सक्रिय है, और एक बेटी, अर्शिया सिद्दीकी, जो सामाजिक कार्यों में उनके साथ होती है। शहज़ीन सिद्दीकी एक गृहिणी हैं और परिवार के सभी कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेती हैं।
सामाजिक कार्य (Baba Siddique Work)
बाबा सिद्दीकी ने अपने राजनीतिक करियर में कई सामाजिक कार्यों में योगदान दिया है।
उन्होंने अपने क्षेत्र में अस्पतालों, स्कूलों और सड़कों के सुधार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए। कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने गरीबों और जरूरतमंदों को राशन और दवाइयाँ मुहैया कराई।
लाइफस्टाइल (Baba Siddique Lifestyle)
बाबा सिद्दीकी का जीवन काफी लग्जरी है। वह अपनी इफ्तार पार्टी के दौरान बॉलीवुड और राजनीति की मशहूर हस्तियों के बीच एक अहम शख्सियत बन गए थे।
उनके पास कई लग्जरी गाड़ियां और बंगलों का संग्रह है। मर्सिडीज-बेंज एस-क्लास, रेंज रोवर, ऑडी क्यू7 और टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी महंगी कारों का वह मालिक हैं।
नेट वर्थ और संपत्ति (Baba Siddique Net Worth)
बाबा सिद्दीकी की संपत्ति कई करोड़ों में है। 2018 में ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में 462 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी, जिसमें 33 फ्लैट शामिल थे।
चुनाव आयोग में दिए गए हलफनामे के मुताबिक उनकी संपत्ति लगभग 76 करोड़ रुपये की थी, लेकिन उनकी वास्तविक संपत्ति का आंकड़ा अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है।
मृत्यु (Baba Siddique Death)
12 अक्टूबर 2024 को बाबा सिद्दीकी को मुंबई में उनके बेटे के कार्यालय के सामने तीन हमलावरों ने गोली मार दी। उन्हें लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बाबा सिद्दीकी की मृत्यु के समय उनकी उम्र 66 वर्ष थी।
बाबा सिद्दीकी का योगदान न केवल राजनीति में था, बल्कि उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया और अपनी इफ्तार पार्टी के जरिए सभी को एक साथ लाने का प्रयास किया।
उनकी रहनुमाई और कार्यों ने उन्हें एक विशेष स्थान दिलाया।
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